About
समीक्षा: गार्गी महाविद्यालय की हिंदी वाद-विवाद समिति शैक्षणिक परिसर की प्रमुख सांस्कृतिक समितियों में से एक के रूप में स्थापित हो चुकी है, जो छात्राओं को वाद-विवाद की कला में निपुण बनने के लिए प्रेरित करती है। इस समिति के तहत पारंपरिक, संसदीय, और टर्नकोट जैसे विभिन्न प्रकार के वाद-विवाद आयोजनों के माध्यम से छात्राओं को अपने विचारों को प्रभावी ढंग से विभिन्न मंचों पर प्रस्तुत करने का सशक्त अवसर मिलता है। समीक्षा समिति न केवल छात्राओं के सार्वजनिक बोलने के कौशल को निखारने का मंच प्रदान करती है, बल्कि उन्हें अपने विचारों और मतों का गहन विश्लेषण करने और आत्मविश्वास के साथ उन्हें प्रस्तुत करने की क्षमता भी विकसित करती है
Office Bearers ( 2023-2024)
- President : Ms. K. Pooja Patra : BA (Hons.) History
- Vice-President : Ms. Navya : BA (Hons.) Political Science
- Treasurer : Ms. Aakhya Sinha : BA Prog.
- Teacher Convener : Dr. Krishna Meena : Department of Hindi
Vision
समीक्षा, गार्गी महाविद्यालय की हिंदी वाद-विवाद समिति, विवेकशील और सहयोगी समाज के निर्माण के लिए समर्पित है, जहाँ सार्वजनिक बोलने और तार्किक विचार-विमर्श को बढ़ावा दिया जाता है। हमारा लक्ष्य है कि छात्राएं सम्मानपूर्वक राय व्यक्त करें, गहन चर्चा से ज्ञान बढ़ाएं, और नैतिक मूल्यों के साथ सामाजिक परिवर्तन का नेतृत्व करें।।
Mission
मिशन: 'समीक्षा' का उद्देश्य छात्राओं को विचार-विमर्श, तार्किकता, और सार्वजनिक भाषण में कुशल बनाना है। हमारा लक्ष्य सम्मानपूर्वक विविध विचारों को स्वीकारते हुए एक समन्वित वातावरण तैयार करना है। हम चाहते हैं कि छात्राएं वाद-विवाद कौशल से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएं और प्रगति के साथ स्थायी परिवर्तन की वाहक बनें।
Society Activities
**समीक्षा हिंदी वाद-विवाद समिति:**
गार्गी महाविद्यालय की ‘समीक्षा’ हिंदी वाद-विवाद समिति ने सांस्कृतिक मंच पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। यह समिति छात्राओं में वाक्पटुता और विश्लेषणात्मक सोच के विकास के लिए पूरी तरह समर्पित है। समिति ने सार्वजनिक बोलने की कला और तर्कशीलता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कई उत्कृष्ट कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इन आयोजनों के माध्यम से छात्राओं को विविध मंचों पर अपने विचार प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने का अवसर मिला है।
**कार्यक्रमों की झलक 2023-24:**
**उन्मुखीकरण कार्यक्रम (2 सितंबर 2023):**
समिति ने नए सदस्यों के लिए एक उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को समिति के उद्देश्यों और गतिविधियों से अवगत कराया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नए सदस्यों को समिति के कार्यकलापों में सक्रिय रूप से शामिल करना और उन्हें वाद-विवाद की कला से परिचित कराना था।
**आशु-भाषण प्रतियोगिता (24 अगस्त 2023):**
‘समीक्षा’ ने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ और ‘G20-भारत’ के अंतर्गत एक आशु-भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता का उद्घाटन प्राचार्या, डॉ. संगीता भाटिया द्वारा किया गया। थीम 'मेरी माटी, मेरा देश, मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन' थी, जिसका उद्देश्य देश के वीरों को श्रद्धांजलि देना था। इस प्रतियोगिता में 25 प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपने विचार प्रस्तुत किए। निर्णायक मंडल में डॉ. प्रज्ञा गुप्ता और डॉ. रेणु सोनी शामिल थीं।
**"गूँज" टर्नकोट वाद-विवाद प्रतियोगिता:**
महाविद्यालय के वार्षिकोत्सव "रेवरी" के अंतर्गत "समीक्षा" हिंदी वाद-विवाद समिति ने "गूँज" नामक टर्नकोट वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता का विषय "आभासी वास्तविकता और मानवीय संबंध: तकनीकी प्रगति या भावनात्मक वियोग?" था। इस आयोजन में 40 प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में विजेताओं को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर पुरस्कृत किया गया।
**प्रतिभागिता और पुरस्कार:**
समीक्षा समिति की छात्राओं ने दिल्ली विश्वविद्यालय और विभिन्न प्रतिष्ठित महाविद्यालयों में आयोजित प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर कई पुरस्कार जीते हैं। रामजस महाविद्यालय, अरबिंदो महाविद्यालय, जानकी देवी मेमोरियल महाविद्यालय, और गार्गी महाविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वहीं, हंसराज महाविद्यालय, शिवाजी महाविद्यालय, और जाकिर हुसैन महाविद्यालय में हमारे प्रतिभागियों को श्रेष्ठ वक्ता का खिताब मिला।
‘समीक्षा’ हिंदी वाद-विवाद समिति ने शैक्षणिक सत्र 2023-2024 में अपने सदस्यों के वक्तृत्व कौशल को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस समिति ने न केवल महाविद्यालय को गर्व का अनुभव कराया है बल्कि छात्राओं को आत्मविश्वासी और सक्षम वक्ता बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। नेतृत्व, टीम वर्क, और जिम्मेदारी की भावना का विकास इस समिति की प्रमुख उपलब्धियों में से है।
समीक्षा हिंदी वाद-विवाद समिति ने अपने उत्कृष्ट कार्यों के माध्यम से महाविद्यालय के शैक्षणिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में अमिट छाप छोड़ी है। समिति के प्रयासों ने छात्राओं को न केवल सार्वजनिक बोलने की कला में निपुण बनाया है, बल्कि उन्हें एक सशक्त और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए भी प्रेरित किया है। आने वाले वर्षों में भी यह समिति अपने उद्देश्यों और आदर्शों के साथ नई ऊँचाइयों को छूने के लिए तत्पर है।